किसी जीव के जीनोटाइप और फीनोटाइप में अचानक परिवर्तन या बदलाव को उत्परिवर्तन (Mutation in hindi) कहा जाता है।

जब म्युटेशन और पुनर्संयोजन क्रिया साथ में होती है तो एक नये प्रजाति का निर्माण होता है

म्युटेशन तीन प्रकार के होते है।  आनुवंशिक उत्परिवर्तन जीन उत्परिवर्तन  गुणसूत्री उत्परिवर्तन

जब किसी जीव के गुणसूत्र की संख्या में परिवर्तन होता है तो इसे आनुवंशिक उत्परिवर्तन कहते है।

जीन की संरचना उनके विन्यास तथा उनकी संख्या में होने वाली किसी भी प्रकार का परिवर्तन जीन उत्परिवर्तन कहा जाता है।

जीन की संरचना में होने वाला ऐसा परिवर्तन जिसके कारण उसका पूरा जीन ढांचा बदल जाता है फ्रेमशिप म्युटेशन कहलाता है।

फ्रेमशिप  निम्लिखित दो प्रकार का होता है 1- Delition 2- Addition

Deletion - इसमें जीन ढांचे में परिवर्तन नुक्लिअसटाइड की संख्या में कमी के कारण होता है।

जीन की संरचना में होने वाला ऐसा परिवर्तन जिसके कारण....