वह प्रजनन प्रक्रिया जिसमे दो विपरीत लिंग वाले जीव या जनक भाग लेते है तो इस तरह के प्रजनन को लैंगिक प्रजनन  कहा जाता है।

Author - Indra bhan

लैंगिक प्रजनन की प्रक्रिया अलैंगिक प्रजनन के अपेक्षा जटिल और धीमी गति से होती है।

उच्चवर्गीय जीव (Higher Organism) में यह प्रजनन एक मात्र विधि है।

लैंगिक प्रजनन की तीन अवस्थाये होती है। किशोरावस्था  प्रजननीय अवस्था  वृद्धा अवस्था

सभी जीवों को लैंगिक प्रजनन से पहले विकास की एक निश्चित अवस्था तक आना पड़ता है

और जब जीव परिपक्व हो जाता है तब लैंगिक प्रजनन करने के लिए सक्षम हो जाता है।

जन्तुओ में विकास की इस अवस्था को किशोरावस्था कहा जाता है।

किशोरावस्था ही पादपो में कायिक प्रावस्था कहलाती है।

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